Indian Railways News => Topic started by nikhilndls on Jul 24, 2012 - 00:01:14 AM


Title - अधिवेशन -!-पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद में उठे विरोध के स्वर
Posted by : nikhilndls on Jul 24, 2012 - 00:01:14 AM

रतलाम : रेलवे में ढाई लाख पद रिक्त हैं। उन्हें भरने के बजाय आउटसोर्सिंग की जा रही है। ऐसी ही कई मांगों के विरोध में कर्मचारियों के स्वर रविवार को सीनियर रेलवे इंस्टिट्यूट में पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद के मंडल अधिवेशन में उठे।
अतिथि भारतीय रेल मजदूर संघ उपाध्यक्ष एम.बी. दवे, परिषद अध्यक्ष रघुवीरसिंह सिसौदिया, महामंत्री जीवनसिंह अधिकारी, भारतीय मजदूर संघ के दिलीप मेहता एवं मधु पटेल थे। अध्यक्षता भारतीय मजदूर संघ जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर शर्मा ने की।
वक्ताओं ने मूल वेतन पर 50 प्रतिशत महंगाई नहीं लगाने, ठेकेदारी प्रथा, आउटसोर्सिंग, पदोन्नति पर प्रतिबंध लगाने तथा 2004 से नई पेंशन नीति लागू नहीं होने, प्रस्तावित चुनाव और संगठनात्मक गतिविधियों तथा विभिन्न मांगों के लिए कर्मचारियों से एकजुट होकर रहने की अपील की।
इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वकर्माजी और दत्तोपंत ठेगरी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्र'वलन से हुआ। अधिवेशन में खुला मंच भी हुआ। इसे उपस्थित एसोसिएशनों पदाधिकारियों एवं रेलकर्मचारियों ने संबोधित किया।