Indian Railways News => Topic started by railgenie on Aug 01, 2012 - 03:20:23 AM


Title - नॉर्दर्न ग्रिड में खराबी से थम गई जिंदगी की रफ्तार
Posted by : railgenie on Aug 01, 2012 - 03:20:23 AM

जालंधर. सुबह-सुबह गाड़ी पकड़ने स्टेशन पहुंचे यात्रियों ने तो यही समझा कि मौसम खराब होने के कारण गाड़ियां समय से नहीं आ रहीं। डिस्प्ले बोर्ड पर नजर दौड़ाने के बाद जब मुसाफिर पूछताछ काउंटर पर पहुंचे, तब पता चला कि यह मौसम नहीं नॉर्दर्न ग्रिड की खराबी है। पांच घंटे तक लेट हैं गाड़ियां।

सुबह सात बजे सिटी स्टेशन पर रोशनी कम थी, बावजूद इसके कोई लाइट नहीं जल रही थी। नॉर्दर्न ग्रिड की खराबी का सबसे ज्यादा असर यहीं पड़ा। इलेक्ट्रिक इंजन से चलने वाली गाड़ियां जहां थीं, वहीं रुक गईं। बाद में डीजल इंजन से गाड़ियों को रवाना किया जा सका।

न बिजली, न पानी, स्कूल नहीं जा पाए सैकड़ों बच्चे

जालंधरत्न सोमवार अलसुबह तीन बजे बिजली गुल हुई तो लोगों ने समझा यह आम कट है। सुबह नींद खुलने के बाद भी बिजली नहीं आई तो पावर सब स्टेशनों की घंटी बजाई गई। यहां से पता चला कि ग्रिड में खराबी आई है। बिजली न होने के कारण घरों में पानी नहीं आया। बच्चे तैयार नहीं हो सके, स्कूल भी नहीं गए।

एक अनुमान के मुताबिक स्कूलों की हाजिरी 25 फीसदी तक कम रही। हालांकि इसके पीछे बारिश भी अहम वजह रही।नौ घंटे की खराबी के कारण इन्वर्टर जवाब दे गए। इस कारण सुबह आठ बजे तक घरों में अंधेरे का आलम रहा। नौ बजे के बाद सब सामान्य हुआ।

अस्पताल आकर भी एंबुलेंस में कराना पड़ा प्रसव

जालंधरत्न बिजली बंद होने का खामियाजा एक मरीज को भी भुगतना पड़ा। सोमवार सुबह बिजली कट होने के कारण एक बच्चे का जन्म 108 में ही करवाना पड़ा। मिली जानकारी के मुताबिक मरीज को ईएसआई अस्पताल में रेफर किया गया था, लेकिन बिजली न होने के कारण सुबह आपरेशन थियेटर बंद थे। मरीज को तुरंत सिविल अस्पताल रेफर कर दिया गया। सिविल अस्पताल में भी बिजली बंद होने के कारण थियेटर में परेशानी थी। इसलिए महिला की डिलीवरी 108 एंबुलेंस में ही करवानी पड़ी।